Friday, June 4, 2010

a thought on dreams and sacrifice

खूब ख्वाबों की खिलाफत करते हैं कुछ लोग,
इनको ज़िंदा रखने के लिए पल पल मरते हैं कुछ लोग|
अब इन ख्वाबिओं की सनक के बारे मे क्या कहें,
यहाँ तो किसी और के ख्वाबों के लिए भी जीवन बसर करते हैं कुछ लोग|